Fiji
Geography:Fiji consists of 332 islands in the southwest Pacific Ocean about 1,960 mi (3,152 km) from Sydney, Australia. About 110 of these islands are inhabited. The two largest are Viti Levu (4,109 sq mi; 10,642 sq km) and Vanua Levu (2,242 sq mi; 5,807 sq km).
History: Fiji, which had been inhabited since the second millennium B.C. , was explored by the Dutch and the British in the 17th and 18th centuries. In 1874, an offer of cession by the Fijian chiefs was accepted, and Fiji was proclaimed a possession and dependency of the British Crown. In the 1880s large-scale cultivation of sugarcane began. Over the next 40 years, more than 60,000 indentured laborers from India were brought to the island to work the plantations. By 1920, all indentured servitude had ended. Racial conflict between Indians and the indigenous Fijians has been central to the small island's history. Fiji became independent on Oct. 10, 1970. In Oct. 1987, Brig. Gen. Sitiveni Rabuka staged a coup to prevent an Indian-dominated coalition party from taking power. The military coup caused an exodus of thousands of Fijians of Indian origin who suffered ethnic discrimination at the hands of the government. A new constitution, which took effect in July 1998, provided for a multiracial cabinet and raised the prospect of a coalition government. The previous constitution had guaranteed dominance to ethnic Fijians. In 1999, Fiji's first ethnic Indian prime minister, Mahendra Chaudhry, took office.
Capital:Suva,Languages: English (official), Fijian (official), Hindustani Ethnicity/race: iTaukei 56.8% (predominantly Melanesian with a Polynesian admixture), Indian 37.5%, Rotuman 1.2%, other 4.5% (European, part European, other Pacific Islanders, Chinese) note: a 2010 law replaces 'Fijian' with 'iTuakei' when referring to the original and native settlers of Fiji (2007 est.) Religions: Protestant 45% (Methodist 34.6%, Assembly of God 5.7%, Seventh Day Adventist 3.9%, and Anglican 0.8%), Hindu 27.9%, other Christian 10.4%, Roman Catholic 9.1%, Muslim 6.3%, Sikh 0.3%, other 0.3%, none 0.8% (2007 est.) National Holiday: Independence Day, 2nd Monday of October Literacy rate: 93.7% (2003 est.) Economic summary: GDP/PPP (2013 est.): $4.45 billion; per capita $4,900. Real growth rate: 3%. Inflation: 3%. Unemployment: 7.6%. Arable land: 9.17%. Agriculture: sugarcane, coconuts, cassava (tapioca), rice, sweet potatoes, bananas; cattle, pigs, horses, goats; fish. Labor force: 335,000; agriculture 70%, industry and services 30%. Industries: tourism, sugar, clothing, copra, gold, silver, lumber, small cottage industries. Natural resources:timber, fish, gold, copper, offshore oil potential, hydropower. Exports: $1.026 billion (2013): sugar, garments, gold, timber, fish, molasses, coconut oil. Imports: $2.054 billion (2012): manufactured goods, machinery and transport equipment, petroleum products, food, chemicals. Major trading partners: U.S., Australia, UK, Samoa, Japan, China, Tonga, New Zealand, Singapore. Communications: Telephones: main lines in use: 88,400 (2012); mobile cellular: 858,800. Broadcast media: Fiji TV, a publicly traded company, operates a free-to-air channel as well as Sky Fiji and Sky Pacific multi-channel pay-TV services; state-owned commercial company, Fiji Broadcasting Corporation, Ltd, operates 6 radio stations - 2 public broadcasters and 4 commercial broadcasters with multiple repeaters; 5 radio stations with repeaters operated by Communications Fiji, Ltd; transmissions of multiple international broadcasters are available (2009). Internet hosts: 21,739 (2012). Internet users: 114,200 (2009). Transportation: Railways: total: 597 km; note: belongs to the government-owned Fiji Sugar (2008). Highways:total: 3,440 km; paved: 1,692 km; unpaved: 1,748 km (2011 est.). Waterways: 203 km; 122 km navigable by motorized craft and 200-metric-ton barges (2012). Ports and harbors: Lambasa, Lautoka, Suva. Airports: 28 (2013). International disputes: none.
राजधानी सुवा
फ़िजी जो कि आधिकारिक रूप से फ़िजी द्वीप समूह गणराज्य (फ़िजीयाई: Matanitu Tu-Vaka-i-koya ko Viti) के नाम से जाना जाता है, दक्षिण प्रशान्त महासागर के मेलानेशिया मे एक द्वीप देश है। यह न्यू ज़ीलैण्ड के नॉर्थ आईलैण्ड से करीब २००० किमी उत्तर-पूर्व मे स्थित है। इसके समीपवर्ती पड़ोसी राष्ट्रों मे पश्चिम की ओर वनुआतु, पूर्व में टोंगा और दक्षिण मे तुवालु हैं। १७वीं और १८वीं शताब्दी के दौरान डच एवं अंग्रेजी खोजकर्तओं ने फ़िजी की खोज की थी। १९७० तक फ़िजी एक अंग्रेजी उपनिवेश था। प्रचुर मात्रा मे वन, खनिज एवं जलीय स्रोतों के कारण फ़िजी प्रशान्त महासागर के द्वीपों मे सबसे उन्नत राष्ट्र है। वर्तमान मे पर्यटन एवं चीनी का निर्यात इसके विदेशी मुद्रा के सबसे बड़े स्रोत हैं। यहाँ की मुद्रा फ़िजी डॉलर है।फ़िजी के अधिकांश द्वीप १५ करोड़ वर्ष पूर्व आरम्भ हुए ज्वालामुखीय गतिविधियों से गठित हुए। इस देश के द्वीपसमूह में कुल ३२२ द्वीप हैं, जिनमें से १०६ स्थायी रूप से बसे हुए हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ लगभग ५०० क्षुद्र द्वीप हैं जो कुल मिला कर १८,३०० वर्ग किमी के क्षेत्रफल का निर्माण करते हैं। द्वीपसमूह के दो प्रमुख द्वीप विती लेवु और वनुआ लेवु हैं जिन पर देश की लगभग ८,५०,००० आबादी का ८७% निवास करती है।
इतिहास
फिजी के पहले निवासियों का आगमन यूरोपीय अन्वेषकों से बहुत पहले ही हो गया था जो की सत्राहवें शताब्दी मे फिजी आये थे। मिट्टी के बर्तनों की खुदाई से पता चलता है कि १००० ई.पू के आसपास भी फिजी में निवासी रहा करते थे, हालांकि अभी भी उनके फिजी प्रवास के विषय मे कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। डच अन्वेषक हाबिल टैस्मान सन १६४३ में जब दक्षिणी महाद्वीप की तलाश में निकले थे तब उन्होनें फिजी का दौरा किया था। उन्नीसवीं सदी तक यूरोपीय स्थायी रूप से द्वीप पर नहीं बसे थे।१८७४ में ब्रिटेन ने इस द्वीप को अपने नियंत्रण मे लेकर इसे अपना एक उपनिवेश बना लिया। ब्रिटिश लोग भारतीय मजदूरों को यहाँ ठेके पर गन्ने के खेतों में काम करने के लिये ले आये। सन १९७० में इस देश को ब्रिटेन ने स्वतंत्रता दी। सन १९८७ में देश का लोकतांत्रिक शासन दो सैन्य विद्रोहों से बाधित हुआ क्योंकि पहले तख्तापलट में ऐसा माना गया की तत्कालीन सरकार मे भारतीय फ़ीजियों का प्रभुत्व था तथा दूसरे में ब्रिटिश राजशाही और गवर्नर जनरल की जगह एक गैर कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति हुई। इसके बाद देश का नाम परिवर्तित करके 'फिजी गणराज्य' कर दिया गया (१९९७ में इसे बदलकर फ़िजी द्वीप समूह गणराज्य कर दिया गया)। इस तख्तापलट के कारण भारतीयों ने बडी़ संख्या मे देश छोड़ दिया जिसके परिणामस्वरूप मेलानेशियन्स का बहुमत हो गया।1990 में नए संविधान के द्वारा राजनीतिक व्यवस्था मे मूल फ़ीजी लोगों के वर्चस्व को स्थापित किया गया। रंगभेद विरोधी समूह (GARD) का गठन एकतरफा थोपे गये संविधान का विरोध करने और 1970 के संविधान की बहाली के लिये किया गया। 1987 के तख्तापलट को अन्जाम देने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल सितिवेनी रेबूका नए संविधान के तहत हुये चुनाव के बाद 1992 में प्रधानमंत्री बने। तीन साल बाद, सितिवेनी रेबूका ने संविधान समीक्षा आयोग की स्थापना की, जिसके फलस्वरूप 1997 में एक नया संविधान अस्तित्व में आया साथ ही इस संविधान को फ़ीजी भारतीय और फ़ीजी स्वदेशी समुदायों के नेताओं का समर्थन भी मिला। फिजी को एक बार फिर से राष्ट्रमंडल के एक राष्ट्र के रूप में सवीकृति मिल गयी।नई सहस्राब्दी में देश ने फिर ने फिर से एक तख्तापलट देखा। इस तख्तापलट में जॉर्ज स्पीट ने तत्कालीन प्रधान मंत्री महेंद्र चौधरी, की सरकार को उखाड़ फेंका जो 1997 के संविधान के बाद निर्वाचित हुयी थी। कमोडोर फ्रैंक बैनीमरामा ने राष्ट्रपति मारा के इस्तीफे जो संभवतः मजबूर मे दिया गया था के बाद कार्यकारी शक्ति ग्रहण कर लीं। सन 2000 में सुवा की महारानी एलिजाबेथ बैरकों में हुऐ दो सैनिक विद्रोहों ने फिजी को हिला कर रख दिया जब विद्रोही सैनिकों ने शहर में हुड़दंग मचा दिया। उच्च न्यायालय ने संविधान की बहाली का आदेश दिया और, सितंबर 2001 में, लोकतंत्र को बहाल करने के लिए आम चुनाव आयोजित किये गये, जो अंतरिम प्रधानमंत्री लेसीनिया करासे की सोकोसोको दुआवाता नी लेवेनिवानुआ पार्टी ने जीते।सन 2005 में, बहुत विवादों के बीच, करासे सरकार ने एकता आयोग बनाने का एक प्रस्ताव रखा जिसके अन्तर्गत सन 2000 के तख्तापलट के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के साथ इसके उत्तरदायी लोगों के लिए माफी की सिफारिश की गयी थी। इस प्रस्ताव का सेना और विशेष रूप से सेना के कमांडर फ्रैंक बैनीमारामा ने पुरजोर विरोध किया। फ्रैंक बैनीमारामा ने आलोचकों के साथ सहमति जताई कि वर्तमान सरकार के समर्थकों जिन्होने तख्तापलट में एक निर्णायक भूमिका निभाई को क्षमा दान देना अनुचित है। उन्होने सरकार पर अपने हमले मई से जुलाई तक लगातार जारी रखे जिसके कारण उनके संबंध सरकार से जो पहले से तनावपूर्ण थे और तनावपूर्ण हो गये। नवम्बर 2006 के अंत और दिसम्बर, 2006 के शुरू में, तख्तापलट फ़ीजी d' état के लिये बैनीमारामा मुख्य रूप से उत्तरदायी था। बैनीमारामा ने अपनी मांगों की सूची करासे सरकार को सोंप दी जिसके बाद करासे सरकार संसद में एक विधेयक लेकर आयी जिसमे 2000 में तख्तापलट के प्रयास मे शामिल लोगों को क्षमादान देने की पेशकश की गयी थी। उस ने करासे को 4 दिसम्बर तक इन माँगों को स्वीकार करने या अपने पद से इस्तीफा देने का अल्टीमेटम दे दिया। करासे ने मागों को स्वीकार करने या इस्तीफा देने से साफ् इनकार कर दिया। 5 दिसम्बर को राष्ट्रपति रातु जोसेफा इलोइलो, जिन्होने बैनीमारामा से मुलाकात के बाद संसद भंग करने के एक कानूनी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिये।अपने आकार के हिसाब से, फिजी का सशस्त्र बलों का बेडा़ काफी बड़ा है और संयुक्त राष्ट्र के दुनिया के विभिन्न भागों में चल रहे शांति अभियानों मे इसने प्रमुख योगदान दिया है। इसके अलावा, इराक में 2003 के अमेरिकी नेतृत्व वाले आक्रमण के बाद इसके कई भूतपूर्व सैनिक इराक के सुरक्षा क्षेत्र की सेवा मे तैनात हैं।